इस खूबसूरत हसीना पर फिल्माए गए हैं सबसे ज्यादा रेप सीन, महज 27 की उम्र में ही इस बीमारी ने ले ली थी जान

 

बॉलीवुड में 60's और 70's की एक्ट्रेसेस की बात करें तो नाजीमा का नाम सबसे पहले दिमाग में आता है। अपने करियर में नजीमा ने 30 से ज्यादा फिल्मोंं में काम किया और फिर अचानक उन्हें एक जानलेवा बीमारी हो गई और वह इस दुनिया को छोड़कर चली गईं। 


फिल्मी दुनिया में नजीमा को ज्यादातर बहन या फिर एक्ट्रेस की सहेली का किरदार मिला करता था और जाहिर था कि फिल्म में नजीमा पर रेप सीन फिल्माने के लिए उन्हें यह किरदार दिया जाता था। बता दें कि मासूम और खूबसूरत चेहरे की बदौलत निर्देशक उन्हें हीरो की बहन के किरदार के लिए खूब पसंद करते थे।

नजीमा का जन्म नासिक में 1948 में हुआ था। शुरुआत से नजीमा का फिल्मों की तरफ बड़ा रुझान था। उन्होंने बतौर बाल कलाकार बेबी चांद, हम पंछी एक डाल के जैसी फिल्मों में दमदार अभिनय से लोगों का दिल जीता। बॉलीवुड में उनके अभिनय को खूब सराहा गया।


60's और 70's के दशक में हिंदी फिल्मों में रेप प्रमुखता से फिल्माया जाता था। ये वो दौर था जब घर और समाज में औरतों का सामाजिक उत्पीड़न और सेक्सुअल हरासमेंट जैसी तकलीफों का सामना करना पड़ता था। ऐसे में फिल्म जगत में इस अन्याय को पर्दे पर उतारा गया और इस रोल के लिए डायरेक्टर की सबसे पहली च्वॉइस नजीमा ही हुआ करती थीं।

नाजीमा बॉलीवुड की इकलौती ऐसी एक्ट्रेस थीं, जिन्होंने सबसे ज्यादा फिल्मों में रेप सीन किए हैं। अगर बात करें नजीमा के फिल्मी करियर की उन्होंने फिल्म निशान (1965), राजेंद्र कुमार के साथ फिल्म आरज़ू (1965), दिल्लगी,(1966), तमन्ना(1969), अनजाना(1969) जैसी फिल्मों में सपोर्टिंग रोल किए और फिल्म की कहानी के आधार पर इन्हें ज्यादातर बहन का ही किरदार मिला। 1972 में आई फिल्म 'बेईमान' में उन्होंने एक्टर मनोज कुमार के सामने अपने अभिनय का शानदार प्रदर्शन किया। इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्म फेयर अवॉर्ड से भी नवाजा गया था।

नाजीमा की आखिरी फिल्म 'लव एंड गॉड' थी जो उनकी मृत्यु के बाद रिलीज हुई थी। लेकिन बड़े दुख की बात है कि उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को बहुत कम समय दिया। दरअसल, साल 1975 में कैंसर के चलते उनकी महज 27 साल की उम्र में मौत हो गई। फैंस आज भी उनकी फिल्में देख उन्हें याद करते हैं।

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