वर्ल्ड कप क्रेडिट पर फिर फूटा गौतम गंभीर का गुस्सा, धोनी के छक्के को लेकर जमकर सुनाई खरी खोटी

 

टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) अक्सर अपने बयानों के चलते सुर्ख़ियों में रहते हैं। वे क्रिकेट हो या राजनीति हर मामले पर अपनी बात खुलकर रखते हैं। खासतौर पर वर्ल्ड कप 2011 और टी20 वर्ल्ड कप 2007 में ख़िताब जीतने का क्रेडिट देने का मुद्दा हो तो गंभीर अपने तर्क से किसी की भी बोलती बंद कर सकते हैं। अब एक बार फिर गंभीर ने 2011 वर्ल्ड कप के मुद्दे को छेड़ते हुए बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि भारत को ख़िताब जीताने में पूरी टीम का योगदान रहा, लेकिन मीडिया और सोशल मीडिया मिलकर सिर्फ एक व्यक्ति को हीरो के रूप में दिखाती है।

‘हम सिर्फ एक ही खिलाड़ी को पूजने लगते हैं’


गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने ‘बैकस्टेज विद बोरिया’ शो में कहा कि मैं खुद को क्रेडिट देने के बारे में नहीं बोल रहा हूं। उन्होंने कहा कि अन्य खिलाड़ी जिन्होंने भारत को वर्ल्ड कप का ख़िताब जिताया, उन्हें भी पर्याप्त क्रेडिट नहीं दिया गया, क्योंकि मीडिया और सोशल मीडिया ने सिर्फ एक भी व्यक्ति का हीरो के रूप में चित्रांकन किया। गंभीर ने कहा,

जब मैं बात करता हूं खिलाड़ियों को क्रेडिट नहीं देने की तो मेरे बारे में भूल जाइये, लेकिन हमने युवराज सिंह को भी उतना क्रेडिट नहीं दिया, जितना उन्हें मिलना चाहिए था। मुझे बताइए कितने लोग बात करते हैं, जहीर खान के पहले स्पैल के बारे में, जो उन्होंने वर्ल्ड कप फाइनल में फेंका था, जिसने भारत के लिए जीत की नींव रखी थी।

उन्होंने मीडिया पर निशाना साधते हुए आगे कहा, “मैं यहां खिलाड़ियों की नहीं मीडिया और सोशल मीडिया की बात कर रहा हूं, जिन्होंने एक खिलाड़ी को भगवान बना दिया। आप एक खिलाड़ी के प्रति इतने जुनूनी हो जाते हैं, कि टीम के बारे में भूल जाते हैं, यह भूल जाते हैं कि टीम के सभी खिलाड़ियों ने मिलकर क्या किया है। एक खिलाड़ी अगर वर्ल्ड कप जिता सकता, तो सारे ही वर्ल्ड कप इंडिया ने ही जीते होते। हम अपने एक खिलाड़ी को ही भगवान की तरह पूजने लगते हैं और उन्हें खेल से भी बड़ा बना देते हैं।”


‘टीम ने मिलकर जीता था वर्ल्ड कप’


गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने कहा कि वर्ल्ड कप जीताने में युवराज सिंह, जहीर खान, सचिन तेंदुलकर और अन्य खिलाड़ियों ने बड़ा योगदान दिया था, लेकिन लोग इनके बारे में बात ही नहीं करते हैं। उन्होंने कहा,


“आप मेरे 97 रनों की बात मत करिए, लोगों ने उससे भी बड़े-बड़े कारनामे किए हैं, 2007 टी20 वर्ल्ड कप में कितने लोग युवराज सिंह के बारे में बात करते हैं। युवराज सिंह ने 2011 वर्ल्ड कप में भी अहम योगदान दिया। जहीर खान, मुनाफ पटेल, सुरेश रैना, यहां तक कि सचिन तेंदुलकर ने 2011 में (भारत के लिए) सबसे ज्यादा रन बनाए थे। मगर हम बस एक छक्के के बारे में बात करते रहते हैं। मीडिया हमेशा इसी बारे में बोलती है।” 

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