पहले पार्सल और फिर साइबर पुलिस अधिकारी के नाम पर आया था कॉल
उस पार्सल में उसके आधार कार्ड की कॉपी मिली है। ऐसे में वह कानूनी पचड़े में नहीं फंसने और आधार कार्ड का दुरुपयोग नहीं होने के लिए मुंबई साइबर अपराध विभाग से मदद लें। कॉल के कुछ देर बाद दूसरे ठग ने फिर अंजलि को कॉल किया। खुद को साइबर पुलिस का सीनियर अधिकारी बनर्जी बताया। उसने कहा कि अंजलि का आधार कार्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में फंसे तीन बैंक खातों से जुड़ा है, उसकी सत्यापन प्रक्रिया के लिए अंजलि को 96525 रुपए की प्रक्रिया शुल्क देनी होगी। रकम संदिग्ध साइबर अधिकारी बनर्जी ने अंजलि से जीपे नंबर भेज कर मांगी। फिर स्काइप कॉल कर बनर्जी ने मनी लॉन्ड्रिंग घोटाले में बैंक अधिकारी भी शामिल हैं, इसलिए 4.83 लाख रुपए और जमा करनी होगी, ताकि केस को रफा-दफा किया जा सके।
साइबर अधिकारी बनकर की बात
पुलिस के मुताबिक अंजलि डर गई। बदनामी एवं पुलिस केस के चक्कर में नहीं फंसने के लिए उसने बिना हिचकिचाहट के अज्ञात जालसाज, जो साइबर अधिकारी बनर्जी बनकर बात की थी। उसके पंजाब नेशनल बैंक के खाते में अपने खाते से रकम ट्रांसफर कर दिया। कुछ दिन बाद इस घटना के बारे में अंजलि ने मकान मालिक को बताया। तब उनको पता चला कि वह साइबर ठगी की शिकार हुई है। एक्ट्रेस के बयान पर डीएन नगर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।